वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज :-मऊ (चित्रकूट)। दो दिन से लापता किशोरी का शव यमुना किनारे मिला। सूचना पर एसपी और सीओ भी पहुंचे। जांच पड़ताल में पता चला कि छात्रा का सहेली से रुपये के लेनदेन का विवाद था। थाने में पुलिस की मौजूदगी में समझौता भी हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि इसी घटना से क्षुब्ध किशोरी ने जान दी है।
कस्बे के यमुना रोड निवासी राकेश त्रिपाठी ने बताया कि बेटी स्नेहा त्रिपाठी (15) की गहरी दोस्ती मोहल्ले की ही अन्य किशोरी से थी। दोनों में कुछ माह पहले रुपये के लेनदेन का विवाद हुआ था। सात अप्रैल को पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराया गया था। मां ने बताया कि थाने से लौटते समय अचानक बेटी किसी दूसरे रास्ते चली गई। घर नहीं पहुंची तो देर शाम थाने आकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उसके चेहरे और गले में कुछ काले निशान थे। कपड़ों से परिजनों ने उसकी शिनाख्त की।
सूचना मिलने पर एसपी वृंदा शुक्ला मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह से मामले की जानकारी लेने के बाद बताया कि किशोरी के मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगी।
पांच हजार रुपये के लेनदेन का था मामला
मऊ। इस मामले में पुलिस ने बताया कि स्नेहा की सहेली ने दावा किया था कि स्नेहा ने उससे पांच हजार रुपये छीन लिए हैं। इस रुपये को उसने कई बार मांगा, लेकिन स्नेहा ने कहा कि उसने रुपये नहीं लिए। इससे दोनों के बीच मनमुटाव हो गया। उसकी सहेली मामले को लेकर थाने में शिकायत दर्ज करा दी। इस पर पुलिस ने सात अप्रैल को दोनों पक्ष को थाने बुलाया था। स्नेहा अपनी मां रानी देवी के साथ थाने में गई थी और महिला हेल्प डेस्क में दोनों पक्ष के बीच समझौता हुआ था। इस दौरान सहेली ने पुलिस के सामने माना था कि पांच नहीं एक हजार रुपये ही लिए थे। इसके बाद स्नेहा की मां ने उसे एक हजार रुपये देकर पुलिस मौजूदगी में समझौता करा दिया था। समझौते के बाद पुलिस ने दोनों सहेलियों को गले मिलाया और गिला शिकवा दूर करने की हिदायत देकर घर जाने के लिए कहा था।
खेती-किसानी करता है पिता
मऊ। स्नेहा के पिता राकेश कृषि कार्य कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। इस घटना के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। स्नेहा हाई स्कूल की छात्रा थी। दो बहन व एक भाई में वह दूसरे नंबर की थी। संवाद